Browsing Category
स्पेशल रिपोर्ट
संसार का एक अजूबा है म्यांमार के बागान शहर के हजारों प्राचीन बौद्ध स्तूप
(डॉ.एम.एल.परिहार)आज यह यूनेस्को की विश्व धरोहर है जिसे देख कर एकाएक यकीन नहीं होता कि वास्तुकला का यह अजूबा इसी धरती पर है. म्यांमार के इरावती नदी के किनारे लगभग 45 वर्ग किलोमीटर में फैले लगभग चार हजार प्राचीन विशाल बौद्ध स्तूप आज दुनिया!-->…
मेरे भैया गए है रंगून, वहां से किया है टेलिफुन, धम्म की बात बताते है !
साथियों, इन दिनों मैं म्यांमार (बर्मा) की धम्म यात्रा पर हूं.धम्म की गौरवशाली संस्कृति को संजोए रखने वाले इस देश का इतिहास व वर्तमान बहुत रोचक है. सन् 1200 से 1800 के बीच जब भारत से बौद्ध धर्म को नष्ट कर जमीन में दफनाया जा रहा था उस काल में…
मछ्ली न देने पर दलित मुशहर युवक की हत्या, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की टीम घटनास्थल पंहुची !
(विद्याभूषण रावत)
घटना 28 अक्क्तुबर की शाम करीब 3 बजे की है जब छोटू मुशहर, जिसकी उम्र लगभग 30 वर्ष की थी, रोज की भाँति अपने गांव से करीब 1 किलोमीटर दूर रमन छपरा गांव के घाट पर, जो की छोटी गंडक नदी का तट है, मच्छी मारने के लिये गया था और!-->!-->!-->…
यह सरकार निजता भंग करने की अपराधी है !
(सीमा आज़ाद )रोज की तरह 30 अक्टूबर की सुबह 10 बजे के करीब नेट ऑन किया, तो व्हाट्सएप पर एक मेसेज बाकी मेसेजेस से अलग था। यह मेसेज खुद व्हाट्सएप का था। इसमें लिखा था कि मई में बहुत सारे व्हाट्सएप वीडियोकॉल के जरिये एक जासूसी वायरस कई फोन!-->…
भवन एवं संनिर्माण कर्मकार मण्डल में दलाल व ई-मित्र संचालक मिलकर कर रहे हैं हजारों की दलाली।
भीम. 21 अक्टूबर, 2019-मज़दूर किसान शक्ति संगठन, सूचना एवं रोजगार अधिकार अभियान व श्रम विभाग के संयुक्त तत्वाधान में 16 अक्टूबर से शुरू हुई सामाजिक अंकेक्षण की प्रक्रिया अंतिम दिन आज 21 अक्टूबर को जन सुनवाई का आयोजन किया गया जिसमें!-->…
जम्मू कश्मीर में दलित अधिकारों की आवाज अनुपस्थित क्यों?
( प्रवीण कुमार अवर्ण )
जम्मू कश्मीर राज्य तीन क्षेत्रों से मिलकर बना हुआ है - जम्मू, कश्मीर और लद्दाख। जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक लागू होने के बाद ,नया जम्मू-कश्मीर अस्तित्व में आ सकता है। परन्तु अब तक यही जम्मू कश्मीर है। जम्मू!-->!-->!-->…
मेंस्ट्रुअल कप्स- मासिक की चिंता से आज़ादी
(Nazia Naeem)जब दो साल पहले ही सैनिटरी पैड्स के नुकसानों के बारे में पोस्ट की थी तो बहुत बहस हुई थी। जगह-जगह टैग मेंशन करके गरियाया गया था कि अभी तो मेंस्ट्रुअल हाइजीन की शुरुआत ही हुई है और मैं फिर से पीछे ले जाना चाहती हूँ। पैडमेन जैसी!-->…
सूचना के अधिकार के 15 वीं वर्षगाँठ, पारदर्शिता के क्षेत्र में कईं कदम चलना बाकी !
*
(जयपुर,12 अक्टूबर2019)देश में सूचना के अधिकार के लिए एक लंबा आंदोलन हुआ जिसकी शुरुआत मध्य राजस्थान से हुई और उसके बाद राजस्थान में सन 2000 में सूचना का अधिकार कानून बना और पूरे देश के लिए 2005 में यह!-->!-->!-->…
बालरडा में बाबा रामदेव मंदिर का विवाद गहराया !
-हरलाल बैरवा कपासन विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है.इसी वर्ग का भाजपा से विधायक है, पर यहाँ के दलित समाज के लोग आज भी बराबरी के मोहताज है .दलितों का गाँवों में मंदिर प्रवेश वर्जित है ,घोड़ी पर बिन्दोली आज भी पुलिस की मदद के!-->…
‘भोजन के अधिकार अभियान ‘ का सातवां अधिवेशन छतीसगढ़ में शुरू !
(20 सितम्बर 2019,रायपुर-छतीसगढ़)रोजी रोटी अधिकार अभियान का भोजन एवं काम के अधिकार पर 7th राष्ट्रीय अधिवेशन रायपुर,छत्तीसगढ़ में शुरू हुआ । तीन दिवसीय इस अधिवेशन के पहले दिन के सत्र में हक़ के लिए संघर्ष, लोकतंत्र पर हमला,कल्याणकारी राज्य पर!-->…