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कला एवम् साहित्य
आप मुझे भूल गए, जानी ?
राज कुमार उर्फ़ कुलभूषण का मुंबई के माहिम थाने के थानेदार से फिल्मों में स्टारडम तक का सफ़र एक सपने जैसा रहा था। अपने व्यक्तिगत जीवन में आत्मकेंद्रित, अक्खड़ और रहस्यमय राज कुमार के अभिनय की एक अलग और विलक्षण शैली रही जो उनके किसी…
मैं तो भीड़ हूँ
मेरा ना कोई नाम है,
मेरा ना कोई मुकाम है,
मैं तो बस लोगों का झुण्ड हूँ,
मैं तो भीड़ हूँ...
मेरा कोई एक निशाना नहीं,
मेरा कोई एक ठिकाना नहीं,
मैं तो बस भटके लोगों का झुण्ड हूँ,
मैं तो भीड़ हूँ...
ना हिन्दू की हूँ,
ना ही मुसलमान की…
जुनैद तुम सिर्फ बारह बरस रहे …!
अपने इस सुजलाम सुफलाम देश में
जुनैद तुम सिर्फ 12 बरस रहे
15 माइनस 3 बराबर 12.
तीन साल से तो तुम कतार में थे
जिस कतार में हम सब हैं
अपनी बारी का इंतज़ार करते हुए.
गैस चैम्बर के लिए कृपया दांयी ओर मुड़ें
इस गैस चैम्बर की शक्ल
किसी …
क्या राज जांगिड की माँ ले आयेगी राजस्थानी सिनेमा के अच्छे दिन ?
( निर्मला राव )
दिल्ली प्रवास के दौरान मैंने कुछ मारवाड़ी लोगों के मुँह से एक राजस्थानी फिल्म के बारे में मुझसे कुछ टिप्पणी मांगी , पर पिछले कई सालों से राजस्थानी फिल्मों ने मुझे नाउम्मीद ही किया है, किसी भी प्रकार से वो मेरे मापदंड पर खरी…
मेरी कला यात्रा ( संदीप कुमार मेघवाल )
मेरा जन्म एक साधारण परिवार मे हुआ जो उदयपुर जिले मे गांव गातोड़ , जयसमंद झील के समीप स्थित हैं। पिता जी पेशे से शिक्षक है। कला यात्रा की बात करूँ तो दरअसल परिवार और क्षेत्र में आधुनिक कला से तो दूर-दूर तक कोई संबंध नही रहा , लेकिन क्षेत्र…
संदीप मेघवाल की इस कलाकृति को मिला है अन्तर्राष्ट्रीय पुरुस्कार !
यह एक दलित समुदाय से आने वाले कलाकार के लिए अत्यंत खुशी की बात है कि उसकी कृति को बुल्गारिया देश में आयोजित " 16वीं लेसेन्द्र वर्ड आर्ट प्रिंट एन्युल मिनी प्रिंट बिनाले 2017 " में एक वैश्विक पुरुस्कार हेतु चयनित किया गया है।…
शिव बोधि की कवितायेँ
मांगेगा हिसाब आपसे
वो पलटेगा और मांगेगा हिसाब आपसे ।
अब रोके नहीं रूकेगा ये सैलाब आपसे ।
हम बस अमन चाहते हैं और जुल्म न हों
इससे ज्यादा क्या कहें और साब आपसे ।
हम शुद्रों ने शुद्ध ही रखा है अपना देश
हम नहीं मांगेगे गाय का पेशाब आपसे ।…