– संजय श्रमण
धन्य धन्य सावित्रीबाई जिसने ज्ञान की जोत जलाई
नारी को शिक्षित कर जिसने देश की आधी कौम जगाई
नारी की शिक्षा के हक में जिसने थी आवाज उठाई
नर नारी की बराबरी की जिसने पहले बात बताई
तीन जनवरी उस सावित्री का जन्मदिन आता है – 2
इस दिन को पूरा भारत अब शिक्षक दिवस मनाता है – 2
धन्य धन्य सावित्री जो लड़ती रही तूफान में
वह सावित्री झुकी नहीं जो धमकी और अपमान में
वह सावित्री खड़ी रही जो नारी के सम्मान में
सारी दुनिया नतमस्तक है जिस सावित्री की शान में
तीन जनवरी उस सावित्री का जन्मदिन आता है – 2
इस दिन को पूरा भारत अब शिक्षक दिवस मनाता है – 2
धन्य धन्य सावित्री जिसने शिक्षा का अधिकार दिया
बनकर एक मसीहा जिसने एक नया संसार दिया
जिसने विद्यालय खुलवाकर नारी शक्ति को तार दिया
जिसने कष्ट सहे खुद लेकिन हमको प्यार दुलार दिया
तीन जनवरी उस सावित्री का जन्मदिन आता है – 2
इस दिन को पूरा भारत अब शिक्षक दिवस मनाता है – 2
धन्य धन्य सावित्री जिसने भारत का निर्माण किया
सदियों से शोषित मानव का जिसने है कल्याण किया
खुद ने विष पाया पर सबको अमृत का वरदान दिया
मरते दम तक जिसने भारतजन के हित का काम किया
तीन जनवरी उस सावित्री का जन्मदिन आता है – 2
इस दिन को पूरा भारत अब शिक्षक दिवस मनाता है – 2