मोहम्मद शमी ही टारगेट पर क्यों ?

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( ललित मेघवंशी )

24 अक्टूबर रविवार को भारत बनाम पाकिस्तान के बीच खेल गए टी-20 वर्ल्डकप मैच में पाकिस्तान ने भारत को पहली बार वर्ल्डकप में हराया. भारत को इस मैच में 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. भारत ने पहले बल्लेबाजी की और शुरुआत खराब रही 6 ओवर में 36 रन पर 3 विकेट स्कोर था.

यह भी अजीब था क्योंकि पाकिस्तान वर्ल्डकप में भारत के खिलाफ रनों का पीछा करते हुए कभी सफल नहीं रहा,पर पहली बार इस मैच में सफल भी रहा और 10 विकेट से जीत दर्ज की. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 151 रन बनाए. भारत की ओर से सबसे अधिक रन कप्तान विराट कोहली ने 57 बनाए और विकेटकीपर रिषभ पंत ने 39 बनाए.इन दो बल्लेबाजों के अलावा कोई भी भारतीय बल्लेबाज कुछ ख़ास नही कर पाए.भारत के ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा 0 रन पर आउट हो गए दूसरे ओपनर के एल राहुल 3 रन बनाकर आउट हुए.दोनों ओपनर शाहीन अफरीदी का शिकार बने. भारतीय बल्लेबाज सूर्य कुमार यादव, हार्दिक पंड्या, रविन्द्र जडेजा, सस्ते में पवेलियन लौट गए.

हार्दिक पंड्या इस मैच में मुश्किल में नजर आए जो कि पिछले डेढ़ साल से नजर आ रहे हैं. उसके बावजूद भी टीम में मौजूद हैं.यह हैरानी की बात है क्योंकि अगर खिलाड़ी स्वस्थ नही है तो वो टीम में क्यों हैं ? इसका जवाब बीसीसीआई को देना चाहिए.

पाकिस्तान की पारी की शुरुआत कप्तान बाबर आज़म और विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिज़वान ने की और शुरुआत क्या ख़ूब की, आउट ही नहीं हुए दोनों और पाकिस्तान ने मैच 10 विकेट से मैच जीता.बाबर आज़म ने 68 रन और रिज़वान ने 79 रन बनाकर 152 रन का लक्ष्य 17.5 ओवर हासिल कर लिया.

भारत की ओर से पाँच गेंदबाजों ने गेंदबाजी की और किसी को भी विकेट नहीं मिला, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, वरुण चक्रवर्ती, रविन्द्र जड़ेजा किसी को विकेट नही मिला.लेकिन सिर्फ एक गेंदबाज को गन्दी और संकीर्ण मानसिकता वाले लोग टारगेट कर रहे हैं. क्योंकि वो मुसलमान हैं इसलिए ? अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले और मौजूदा टीम इंडिया में शामिल एक मात्र मुसलमान खिलाड़ी मोहम्मद शमी को। यह वही मोहम्मद शमी है जिन्होंने भारत के लिए एक दिवसीय क्रिकेट में सबसे तेज 100 विकेट लिए है.यह वही मोहम्मद शमी हैं,जिन्होंने 2019 के वर्ल्डकप में लगातार तीन विकेट लेकर हैट्रिक ली थी.उनको मौजूदा भारतीय टेस्ट टीम का सबसे बेहतरीन गेंदबाज माना जाता हैं. भारत टीम को अपने दम पर सैंकड़ों मैच जिताये हैं.कुछ मैली मानसिकता के लोग उन्हें पाकिस्तान जाने को  कह रहे हैं.

मोहम्मद शमी के समर्थन में कुछ पूर्व क्रिकेटर आए हैं,उनमें सबसे पहले इरफ़ान पठान समर्थन में आए उनके बाद सचिन तेंदुलकर,वीवीएस लक्ष्मण,वीरेन्द्र सहवाग, मोहम्मद अजरुद्दीन, वेंकटेश प्रसाद, हरभजन सिंह, युज्वेंद्र चहल समर्थन में आए.कुछ राजनेता, सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार कांग्रेस के नेता राहुल गांधी, एआईएमआईएम पार्टी के सांसद असुददीन ओवैसी, ट्राइबल आर्मी के हंसराज मीणा, पत्रकार शेखर गुप्ता, राणा अय्यूब, अजीत अंजुम, साक्षी जोशी,अतुल चौरसिया आदि लोग समर्थन में आए,लेकिन अभी तक बीसीसीआई और मौजूदा टीम से कोई समर्थन करने के लिए सामने नहीं आया.हालाँकि सोशल मीडिया पर #Istandwithshami ट्रेंड कर रहा है.जो खिलाड़ी आए दिन सोशल मीडिया पर पोस्ट करते रहते हैं उनमें से ज्यादातर खिलाडियों ने अभी तक मोहम्मद शमी के समर्थन में पोस्ट नही किया.इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि टीम और देश के क्या हालात हैं कि आप अपने साथी खिलाड़ी के बचाव में लिखने से भी डर रहे हैं.जब लोग इस डर की बात करते हैं तब इनके जैसे लोग #IndiaTogether की बात तो करते है,लेकिन मोहम्मद शमी का समर्थन करने से डरते हैं.भारत और पाकिस्तान के मैच को इतना बड़ा क्यों बना दिया गया कि एक मैच हारने से इतना बवाल मचा हुआ है यह पहले पाकिस्तान में होता था लेकिन वहाँ किसी खिलाड़ी को भारत जाने या और किसी दूसरे देश जाने को तो नही कहते हैं.खिलाड़ियों की आलोचना वहाँ पर भी होती हैं.भारत में भी होती हैं,लेकिन मैच पूरी टीम इंडिया हारी लेकिन टारगेट सिर्फ मोहम्मद शमी ही क्यों ? यही मैच किसी दूसरी टीम से हार जाते तो ऐसा नहीं होता.

कप्तान विराट कोहली ने भी कहा कि जो अच्छा खलेगी वो टीम जीतेगी.भारत और पाकिस्तान के मैच एक युद्ध की तरह खेलने से यह सब कुछ होता है,मैच को मैच ही रहने देना चाहिए. मैच को युद्ध की तरह बनाने का श्रय मीडिया को जाता हैं.मीडिया लगा रहता है कि पाकिस्तान आज तक वर्ल्डकप में भारत से नही जीत सका और जीतेगा भी नहीं.यह मिथ भी 24 अक्टूबर 2021 को टूट गया.2011 के वर्ल्डकप सेमीफाइनल मैच से पहले धोनी कह चुके थे कि कभी ना कभी मैच का नतीजा कुछ और भी हो सकता है.पाकिस्तान भी जीत सकता है।

इस मैच से पहले मैं भी यही सोच रहा था कि अगर भारत हार गया तो हमारे देश में क्या होगा खिलाड़ियों के साथ ? और ऐसा ही हुआ,क्योंकि पाकिस्तान तो लगातार वर्ल्डकप में भारत से हार रहा था,उस पर दबाव भी नही था,दबाव भारत पर था कि हम पहली बार पाकिस्तान से अगर हार गए तो क्या होगा ? अब मौका – मौका जैसे विज्ञापन बनने बंद हो जायेंगे.मोहम्मद शमी के बाद अगर किसी खिलाड़ी को टारगेट किया जा रहा है तो वो हैं कप्तान विराट कोहली जिन्होंने सबसे अधिक रन बनाए.विराट कोहली को दुनिया का सबसे बेहतरीन बल्लेबाज माना जाता हैं.विराट कोहली ने टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे अधिक रन भी बनाए हैं और टी-20 वर्ल्डकप में भी भारत की और से सबसे अधिक रन बनाए हैं.जो खिलाड़ी वर्ल्डकप से पहले टी-20 की कप्तानी छोड़ने का फैसला कर चुका है.उसको एक हार पर कहा जा रहा है कि #कोहली_कप्तानी_छोड़ो 

इस बात पर भी लोग चुप है,बीसीसीआई चुप है.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2019 के वर्ल्डकप में शिखर धवन के चोटिल होने पर ट्वीट करते हैं,लेकिन मोहम्मद शमी और विराट कोहली के समर्थन में ट्वीट नही करते.अभी हाल ही में हुए ओलंपिक खेल में भारतीय खिलाड़ियों या टीम की हार जीत पर बातचीत कर रहे थे,लेकिन भारतीय  क्रिकेट टीम से बात नहीं की,यहाँ तक ठीक है,पर समर्थन में ट्वीट तो करना चाहिए.दो बार के वर्ल्डकप विजेता खिलाड़ी बीजेपी सांसद गौतम गंभीर मोहम्मद शमी के समर्थन ट्वीट नही करते.आज समय है जब हर भारतीय को मोहम्मद शमी का समर्थन करना चाहिए,जिससे की उनका आत्मविश्वास मजबूत हो.

अब तो रोक दो यह हिन्दू बनाम मुसलमान, खेल को तो छोड़ देते.

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