( गोपाल लाल मेघवंशी )एक और जहां राजस्थान में कोरोना का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है , वहीं दूसरी तरफ गांवों में पंचायतों का ना तो सफाई व्यवस्था पर ध्यान हैं और ना ही लोगों की शिकायतों के निवारण पर।
यह तस्वीर है भीलवाड़ा जिले की रायपुर पंचायत समिति की भीटा ग्राम पंचायत की ,जिसके सभी वार्डो में जहां पर ग्राम पंचायत द्वारा कभी भी नालियों का निर्माण नहीं किया गया। जिससे गंदा पानी सड़क पर इकट्ठा हो जाता है एवं सड़कों पर गड्ढे होने की वजह से वहीं भर जाता हैं। आसपास गंदगी होने की वजह से क्षेत्रवासियों में कई तरह की बीमारियां फैलने की आशंका बनी हुई हैं।
ग्रामीण क्षेत्र में अशिक्षित लोगों अधिकता होने से वे अपने अधिकारों के प्रति कम जागरूक हैं ,इसका फायदा उठा कर प्रशासन एवं पंचायत उनकी समस्याओं पर ध्यान ही नहीं डे रही है .कभी कभी तो सुनकर भी अनसुना किया जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जहां देश और प्रदेश में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है ,वहीँ गांवों में ग्राम पंचायतें सफाई व्यवस्था को लेकर उदासीन बनी हुई है .लोग कहते हैं कि उनकी शिकायत केवल चुनाव नजदीक होने पर ही सुनी जाती हैं।
अब चूँकि यहाँ पंचायत राज के चुनाव चल रहे है ,इसलिए लोगों को उम्मीद हैं कि उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से निराकरण किया जा सकता है। वर्तमान में गांव की सड़कों ,मोहल्लों व सार्वजनिक मार्गों की हालत इतनी खराब है कि सभी सड़कों पर पानी भरा हुआ है ,जिनकी सफाई पर बार बार कहने पर भी ध्यान दिया नहीं जाता है.
ग्रामीणों की इस समस्या को कल शून्यकाल पुरजोर तरीके से उठाया . शून्यकाल के विशेष संवाददाता गोपाल मेघवंशी द्वारा प्रस्तुत खबर का असर यह हुआ है कि ग्राम पंचायत ने अपनी ज़िम्मेदारी निभाते हुये सफाई व्यवस्था को सुचारू करने का फैसला लिया है और आज ग्राम पंचायत भीटा के वार्ड नंबर 2 में सफाई का काम शुरू हो गया है.
सफाई शुरू होने पर भीटा के ग्रामीणों ने ख़ुशी जताई है .