कन्हैया कुमार की अगुवाई में हजारों लोगों ने किया एनआरसी और कैब का विरोध।
एनआरसी कैब विरोधी संयुक्त मोर्चा ने किया था सड़कों पर उतरने का आह्वान
16 दिसम्बर, 2019 पूर्णियां , एनआरसी कैब विरोधी संयुक्त मोर्चा द्वारा आयोजित सभा और रैली में 50 हजार से अधिक संख्या में लोग सड़कों पर उतरे. सभा रेनू उद्द्यान में हुई और फिर वहां से रैली निकल कर रणभूमि मैदान गई।
इस रैली में पूर्णियां, कटिहार, अररिया, किशनगंज, सुपौल, मधेपुरा और सहरसा जिला के हजारों लोग शामिल हुए . मोर्चा को इलाके के पचास से ऊपर संगठनों/संस्थाओं ने समर्थन दिया है. देश के चर्चित युवा नेता कन्हैया कुमार ने सभा को संबोधित क्या और कहा कि संविधान बचाने के लिए सड़क पर उतरना पड़ेगा। वह धर्म के नाम पर बांटना चाहते हैं क्यूंकि उन्होंने अच्छे दिन लाने का वादा किया था पर उसमे पूरी तरह विफल हो गई। उन्होंने कहा कि बेकारी, गिरती अर्थव्यवस्था और गरीबी से ध्यान हटाकर सरकार देश को लूटने का काम कर रही है। हम किसी भी पब्लिक प्रॉपर्टी की हानि नहीं पहुंचाएंगे जिसको सरकार बेचने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि हम अशफाकुल्लाह खां और रामप्रसाद बिस्मिल, फातिमा शेख, फुले,गांधी,आजाद के वारिस हैं और अपनी लड़ाई उनके बताए रास्ते पर चल कर लड़ेगे।
रैली में इलाके के कई विधायक और आंदोलनकारी शामिल हुए
सभा को कामायनी स्वामी, अख्तर उल इमाम ,आलोक यादव,शकील अहमद खान, अफ्फाक आलम, आशीष रंजन , जाहिद अनवर एवं मोर्चे में शामिल कई अन्य वक्ताओं ने किया।ज्ञात हो कि एन. आर. सी. और कैब के विरोध में देश भर में लोग सडकों पर उतरे हैं .लोगों की मांग है कि कैब को वापिस लिया जाये और एन आर सी को ख़ारिज किया जाये . इस कड़ी में मोर्चा के बैनर तले पूर्णियां और सहरसा कमिश्नरी में पूर्व आई.ए.एस गोपीनाथन कन्नन द्वारा कई सभाएं की गयी थी और उसी दौरान एन आर सी कैब विरोधी संयुक्त मोर्चा का गठन हुआ। लोगों का मानना है कि हम इस मिट्टी में पैदा हुए और हमें नागरिकता साबित करने को कहा जा रहा है. कैब में धर्म के आधार पर नागरिकता का प्रावधान है जो संविधान की मूल आत्मा के खिलाफ है.