हिमा दास खेल रत्न !

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असम प्रदेश भारत भूमि पर  एक।उजागर कर दिखाई प्रतिभा अनेक।

हिमा दास हुई हिमालय से ऊपर। दिया गोल्ड मेडल छह जीतकर। 
जीते दिन उन्नीस में पदक स्वर्ण छह । इस कामयाबी का श्रेय कोई दिखा पाई।

 भारतवर्ष की भरी पदकों की झोली। मूक देखती रही मीडिया जगत टोली। 
जय घोष करते हैं अब हरभारतवासी। अभावों के काल चक्र में पलती साची।

 बता दिया विश्व में अपना जोश जनून ।हम भी है इस माटी में पलने वाले मनुष।
दबे न दबी अपने संघर्षों से प्रतिपल  लडी़। कारगर साबित कर अपने कदमों पर खड़ी। 

धन्य जाकी जननी और तात गौरव के धनी। दुर्लभ जीवन के हर कोने में बनी आगजनी। 
अभिषेक हमारा उनके जन्म की सरजमीं को। बढती रहे, फहराती रहे अमर तीरंगा हमारा।

 भारतवर्ष के धवल भाल पर रचे इतिहास नया। विश्व भर के खेल जगत का मिले खिताब नया। 
 
– कपूरा राम मेघवाल

( कुमटिया ,बाली, पाली- राजस्थान )


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