आरएसएस से एक दलित स्वयंसेवक के मोहभंग की कहानी है -“ व्यामोह “
(भंवर मेघवंशी)मेरी कुल उम्र ( 47 वर्ष ) जितना समय आरएसएस में गुज़ारने वाले दलित स्वयंसेवक मूलचंद राणा ने न केवल संघ का परित्याग कर दिया , बल्कि ‘व्यामोह’ नाम से आत्मकथा लिखकर संघ से मोह , व्यामोह और मोहभंग की पूरी कहानी बयान की है .एक!-->…