चुनाव में जनता का मुख्य मुद्दा युद्ध नहीं,रोजगार है -एडीआर रिपोर्ट
(जयपुर, 27 अप्रैल 2019)
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और आरए एस्टरिस्क कम्प्यूटिंग एंड सॉल्यूशं प्रा. लिमिटेड (आरएएसी) ने किसी देश में संभवतः अब तक का सबसे बड़ा मतदाता सर्वेक्षण किया है | यह अखिल भारतीय सर्वेक्षण 534 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में किया गया,जिसमे विभिन्न जनसांख्यिकी के 2,73,487 मतदाताओं ने भाग लिया |
राजस्थान पर ध्यान केन्द्रित करते हुए यह रिपोर्ट राजस्थान के मतदाताओं द्वारा नियत किये गए 10 सबसे महत्वपूर्ण शासन के मुद्दों का विश्लेषण मुहैया कराती है I इस सर्वेक्षण में राजस्थान के सभी 25 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के लगभग 12,500 उत्तरदाताओं को सम्मिलित किया गया I
यह सर्वेक्षण, लोकसभा 2019 के आम चुनावों से पहले, अक्टूबर 2018
और दिसम्बर 2018 के बीच में किया गया I
राजस्थान सर्वेक्षण 2018 यह प्रदर्शित करता है कि समस्त राजस्थान में मतदाताओं की शीर्ष तीन प्राथमिकतायें रोज़गार के बेहतर अवसर (66.76%), बेहतर अस्पताल/ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (43.13%) और बेहतर क़ानून व्यवस्था (42.41%) हैं|
सरकार के प्रदर्शन को, मतदाताओं की सभी तीन शीर्ष प्राथमिकताओं में रेटिंग मिली है –
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रोज़गार के बेहतर अवसर (5 के पैमाने पर 2.5),
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बेहतर अस्पताल/ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (2.09)
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बेहतर क़ानून व्यवस्था (2.29)
इस तरह सरकार को इन तीन में औसत से भी कम अंक मतदाताओं ने दिए है I
इस सर्वेक्षण में मतदान व्यवहार के निम्नलिखित पहलुओं का विश्लेषण करने का प्रयास किया –
(i) मतदान के व्यवहार को प्रभावित करने वाले कारक,
(ii) आपराधिक प्रत्याशियों के चुनाव लड़ने के बारे में राय
(iii) अपराध और धन की भूममका के बारेमेंमतदाता जागरुकता
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राजस्थान सर्वेक्षण 2018 के अनुसार , सबसे अधिक मतदाताओं ने कहा कि किसी चुनाव में किसी प्रत्याशी को वोट करने के लिए मुख्यमंत्री प्रत्याशी सबसे महत्वपूर्ण कारण है (महत्वपूर्ण 32% और अति महत्वपूर्ण 65%) |
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इसके बाद प्रत्याशी की पार्टी महत्वपूर्ण है (महत्वपूर्ण 31% और अति महत्वपूर्ण:43%) और प्रत्याशी स्वयं (महत्वपूर्ण 48% और अति महत्वपूर्ण :24%) अन्य कारण थे I
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24% मतदाताओं के लिए नकद, शराब, उपहार इत्यादि का वितरण चुनाव में किसी विशेष प्रत्याशी को वोट देने में एक महत्वपूर्ण कारक था |
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यह निर्णय करते समय कि चुनाव में किस प्रत्याशी को वोट देना है, राजस्थान के 62% मतदाताओं ने बताया कि उनकी स्वयं की राय सबसे अधिक मायने रखती है| 19% मतदाताओं के लिए उनके परिवार के सदस्यों की राय और 17% मतदाताओं के लिए उनके पति या पत्नी की राय अधिक मायने रखती है|
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97% मतदाताओं का मत था कि संसद या राज्य की विधानसभा में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशी नहीं होने चाहिए |
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आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशियों को वोट करने के सम्बन्ध में 32% मतदाताओं को यह लगता है कि लोग ऐसे प्रत्याशियों को इसलिए वोट करते हैं क्यों कि प्रत्याशी अन्यथा अच्छा काम करता है|
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30% मतदाताओं ने कहा कि लोग ऐसे प्रत्याशियों को इसलिए वोट करते हैं क्यों कि प्रत्याशी ने चुनावों में बहुत अधिक धन खर्च किया है|
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27% मतदाताओं की राय में, लोग आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशियों को इसलिए वोट करते हैं क्यों कि उन्हें प्रत्याशियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी नहीं होती |