बाबा साहब की विकृत प्रतिमाएँ लगाना किसी साजिश का हिस्सा तो नहीं ?
गत तीन चार वर्षों में राजस्थान के विभिन्न स्थानों पर डाॅ भीमराव अंबेडकर साहब की प्रतिमाओं को प्रतिस्थापित करने का अभियान सा नज़र आ रहा है। जगह-जगह पर डाॅ अंबेडकर साहब की प्रतिमा लगाई जा रही है। इसमें भी कोई अतिशयोक्ति नहीं है कि इन्हीं तीन-चार वर्षों में बाबा साहब की प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त करने,खंडित करने, बदरंग करने की घटनाएं बहुत हुई हैं।
बाबा साहब की विकृत आकृति की प्रतिमाएँ लगाने में, प्रतिमा बनते समय इनकी मुखाकृति आदि की स्वीकृति में हमारे पढे लिखे तबके के महानुभावों की प्रमुख भूमिका रहती आ रही है। जगह-जगह अजीबोग़रीब शक्ल सूरत की प्रतिमा लगी हुई दिखाई दे रही हैं। उन्हें देखकर ही मन ग्लानि और क्षोभ से भर जाता है।
जोधपुर के एक सख़्श ने तो बाबा साहब के विकृत चेहरे मोहरे की प्रतिमा बनाने और लगाने का जैसे अभियान छेड़ रखा है। ऐसे लगता है जैसे अंबेडकर साहब की शक्ल सूरत से कोई बदला ले रहा है। हम हैं कि तालियाँ पीट रहे हैं।
मैने एक विशेष बात नोट की है – जो भी व्यक्ति/संस्था विकृत चेहरे की प्रतिमा लगा रहे हैं उनका सभी का संबंध अप्रत्यक्ष रूप से मनुवादी विचारधारा के प्रमुख लोगों/ संस्थाओं से नज़र आता है।
तकलीफ होती है कि हम हमारे मानव जीवन दाता की शक्ल सूरत भी नहीं जानते हैं। उन्हें विकृत करने की होड मचा रखी है। इन प्रतिमाओं को देखकर मनुवादी हंसते हैं। मन में यही सोचते होंगे कि “इन मूर्खों को इनके मसीहा की शक्ल सूरत की ही जानकारी नहीं है।”
विशेष बात:-
हम डाॅ भीमराव अम्बेडकर साहब की प्रतिमा लगाने तक ही सीमित हैं। उसकी सुरक्षा संरक्षा से हमारा कोई लेना-देना नहीं होता है। इसी की परिणति यह है कि जगह-जगह प्रतिमाओं को खंडित करने की घटनाएं सामने आ रहीं हैं। मेरा तो सोचना अब यही है कि सबसे पहले तो उन लोगों की सामाजिक ‘क्लास’ लगाई जाये जो विकृत चेहरे की प्रतिमा लगाने का कुकृत्य कर रहे हैं।
आपका क्या सोचना है ?
विशेष निवेदन :-
यदि कहीं पर भी आपको बाबा साहब डाॅ भीमराव अम्बेडकर जी की प्रतिमा विकृत चेहरे की या शरीर की नज़र आये जो आपको अच्छी नहीं लगे तो अपने मोबाइल से फोटो लेकर वाट्सएप करें प्लीज।
– डाॅ गुलाब चन्द जिन्दल ‘मेघ’
अजमेर
9460180510